Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 21, 2024

आपका मोबाइल बनेगा अब डाक्टर,ई संजीवनी ऐप से घर बैठे होगा बीमारी का इलाज

News portals-सबकी खबर (शिमला)

प्रदेश के मरीजों को अब घर बैठे ऑनलाइन ओपीडी उपलब्ध होगी। वहीं, ज्यादा संख्या में लोग इस ओपीडी का फायदा उठा पाएंगे। बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने स्मार्टफोन पर भी ई-संजीवनी ओपीडी लोगों तक पहुंचाने का फैसला लिया है। इसके लिए केंद्र सरकार की मदद से एक ऐप बनवाई जा रही है। यह ऐप सभी स्मार्टफोन पर डाउनलोड हो सकेगी। इससे पहले लॉकडाउन के बीच जो ऑनलाइन ई-संजीवनी ओपीडी एनएचएम ने शुरू की है, उसे केवल लैपटॉप और कम्प्यूटर पर ही इस्तेमाल कर सकते है। अभी तक एक हजार से ज्यादा लोगों ने ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी से आईजीएमसी व टांडा के सुपर स्पेशलिस्ट विशेषज्ञों से अपने स्वास्थ्य के प्रति सलाह ली है। अब सभी के घरों में लैपटॉप व कम्प्यूटर नहीं है, यही वजह है कि एनएचएम ने स्मार्टफोन पर भी इस सुविधा का फायदा लोगों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। दावा किया जा रहा है कि एक हफ्ते में यह ऐप बनकर तैयार हो जाएगी। इस ई संजीवनी ओपीडी को मोबाइल पर डाउनलोड करने के बाद मरीज घर से ही डाक्टर को अपनी बीमारी का इलाज पूछ सकेंगे। कोरोना के इस संकट में अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। मरीजों को घर बैठे सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों की सलाह और दवाइयां मिल सकेंगी। एक हफ्ते पहले एनएचएम द्वारा लांच की गई ऑनलाइन संजीवनी ओपीडी में अभी तक राज्य के 1203 मरीजों का ऑनलाइन इलाज हो पाया है। बता दें कि एनएचएम ने लॉकडाउन के बीच दो ऑनलाइन ऐप तैयार की है। ई संजीवनी और ई संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी। इन दोनों ऑनलाइन ऐप में मरीजों को सलाह और साथ ही दवाइयां कौन-सी खानी है, इसके बारे में बताया जाता है। सुबह साढ़े नौ से चार बजे तक ई संजीवनी पोर्टल पर लोग अपने इलाज संबधित राय डाक्टरों से ले सकते है।

हफ्ते में दो दिन मिलेंगे डाक्टर

बता दें कि ई संजीवनी के तहत हर रोग के चिकित्सक विशेषज्ञ मरीजों को हफ्ते में दो दिन मिलेंगे। बताया जा रहा है कि एनएचएच के दोनों संजीवनी पोर्टल पर एक दिन में 200 से ज्यादा कॉल अब आने लगी है। हालांकि अभी ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा ऑनलाइन डाक्टरी सलाह के इस पोर्टल का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। कारण यह कि अभी लोग इसे लैपटॉप और टैब पर ही इस्तेमाल कर सकते है।

टांडा-आईजीएमसी के विशेषज्ञ देंगे सलाह

बता दें कि एनएचएम की ई संजीवनी पोर्टल में मरीजों से ऑनलाइन बात करने के लिएतीन अस्पतालों को हब बनाया गया है, जिसमें टांडा के तीन डाक्टर, नेरचौक के छह डाक्टर, आईजीएमसी के चार सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टर ऑनलाइन मरीजों के लिए सुबह नौ से चार बजे तक परामर्श के लिए तैनात किए गए है।

ई-संजीवनी ओपीडी से ऐसे जुड़ें

ई-संजीवनी पोर्टल पर जाएं, उसमें सबसे पहले आपको खुद पंजीकृत करना होगा। मोबाइल नंबर, और ओपीडी नंबर और अपनी पूरी जानकारी आपको देनी होगी। हर मरीज को मोबाइल नंबर पर टोकन नंबर दिया जाएंगा। जैसे ही मरीज की बारी आएगी, उस पर आपको मैसेज आ जाएगा और आप डाक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

Read Previous

दिल्ली से आए युवक को तेज बुखार; पुलिस ने किया क्वारंटाइन, चंडीगढ़ से आई एक युवती की भी तबीयत खराब, विभाग ने लिए दोनों के सैंपल

Read Next

कांग्रेस ने सरकार से कोविड रिलीफ फंड में आई राशि को लेकर श्वेत पत्र जारी करने को कहा

error: Content is protected !!