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May 18, 2024

प्रदेश ने फौज को दिए 10 अफसर ,देशों के 70 युवाओं के साथ 325 भारतीय युवा सैन्य अधिकारी बने।

News portals-सबकी खबर ( देहरादून)

उत्तराखंड के देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में हिमाचल प्रदेश के 10 युवा  शनिवार को अंतिम पग आगे रखते ही सेना के अंग बन गए। इस दौरान विभिन्न मित्र देशों के 70 युवाओं के साथ 325 भारतीय युवा सैन्य अधिकारी बने। देश के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैणी ने इन जेंटलमैन कैडेट््स (जीसीज) के पासिंग आउट परेड (पीओपी)का निरीक्षण किया और सलामी ली। साथ ही, उच्चतम  योग्यता वाले जीसीज को सम्मानित भी किया। सुबह लगभग आठ बजकर 45 मिनट पर मार्कस कॉल के पीओपी शुरू हुई। इससे पहले आईएमए गीत‘भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम’ की धुन पर कदमताल करते जीसीज ड्रिल स्क्वायर पहुंचे। वहां उपस्थित उनके परिजनों और अन्य व्यक्तियों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया।

कंपनी सार्जेट मेजर अभिनव कुटलेरिया, सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी व रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। एडवांस कॉल के साथ जेंटलमैन कैडेट परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर माजी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। रतन दीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर, माजी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला, जबकि जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर कै-70 सिनो कंपनी को मिला। कोरोना संकट के चलते पासिंग आउट परेड में तमाम स्तर पर एहतियात बरती गई। न केवल दर्शक दीर्घा बल्कि परेड के दौरान भी शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किया गया। हरेक मार्चिंग दस्ते में अमूमन दस कैडेट एक लाइन में होते हैं। पर इनकी संख्या आठ रखी गई, ताकि कैडेटों के बीच रहने वाली 0.5 मीटर की दूरी के बजाए दो मीटर की दूरी बनी रहे।

इसके अलावा जेंटलमैन कैडेटों के साथ ही सभी सैन्य अधिकारी भी मास्क पहने रहे। किस राज्य में से कितने कैडेट:  हिमाचल से 10 कैडेट के अलावा आईएमए में पासआउट होने वाले सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 50 कैडेट रहे। दूसरे नंबर पर हरियाणा के 45 और तीसरे नंबर पर बिहार के 32 कैडेट शामिल हैं। इसके अलावा उत्तरखंड से 24, महाराष्ट्र और राजस्थान से 18-18, पंजाब व केरल से 15, दिल्ली से 13, मध्य प्रदेश से 12, जम्मू-कश्मीर से 11, कर्नाटक से पांच, आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल  से छह-छह, कर्नाटक से पांच, चंडीगढ़, गुजरात व ओडिशा से चार-चार, अरुणाचल प्रदेश में एक, चंडीगढ़-गुजरात से चार-चार, मणिपुर और तेलंगाना से तीन-तीन, छत्तीसगढ़ और मिजोरम से दो-दो कैडेट, अरुणाचल से एक  सैन्य अधिकारी बने। इसमें नेपाल के चार कैडेट शामिल रहे।

ओटीए से 22 को कमीशन

गया।  बिहार के गया स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में 18वीं पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया, जिसमें 22 कैडेट अधिकारी बनाए गए। (ओटीए) के प्रांगण में 18वीं पासिंग आउट परेड का भव्य आयोजन किया गया। यह पासिंग आउट परेड भारतीय सैन्य इतिहास का एक और गौरवशाली दिन था, जब 22 कैडेट अधिकारी बनाए गए।

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