Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 14, 2024

सोलन का राज्य स्तरीय शूलिनी मेला पूरे पारंपरिक तरीके से हुआ आरंभ

News portals-सबकी खबर (सोलन ) सोलन का राज्य स्तरीय शूलिनी मेला शुक्रवार  पूरे पारंपरिक तरीके से आरंभ हो गया । माता शूलिनी के मंदिर में आज प्रातः से ही भक्तों का तांता लगा रहा । इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल्य ने ने कचहरी चौक पर विधिवत रूप में माता की पूजा अर्चना की व शोभा यात्रा में भाग लिया । इस अवसर पर माता शूलिनी की पालिकी के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ माता का जयकारा लगाते , गायन कीर्तन करते शोभायात्रा में शामिल हुए
इस अवसर पर संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने हमारे संवादाताओं से बात करते हुए बताया की समस्त क्षेत्रवासियों को, प्रदेशवासियों को राई देते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक धरोर है, हमारी जो प्राचीन परंपरा का द्योतक है और प्रदेश सरकार माननीय मुख्यमंत्री ठाकुर सुख्रिंदर देव संस्कृति को सँभालने के लिए हमेशा तत्पर रहते है, एवं इसके सरक्षन के लिए मुख्यमंत्री जी बहुत गंभीर रहते है और आपने देखा कि इन 6 महिनों के कार्यकाल हमारी सरकार के हुए है और सरकार ने बहुत बड़े प्रैसले लिए हैं, महत्त्वपूर्ण योजनाए जनहित में लाई गई है, बजट का प्रावधान भी किया है मेले के उत्सव में उन्होंने बताया की दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर हमें इस त्योहार में मिलजुल कर मनाना चाहिए | स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल्य ने कहा कि माता शूलिनी सोलन की आराध्य देवी मानी जाती है। उन्होनें कहा कि माता के आर्शिवाद के साथ ही तीन दिवसीय मेला आरंभ होता है। उन्होने कहा कि मेले व त्यौहार हमारी पौराणिक पंरपाराओ के द्योतक होते है जो समाज के परंपराओं को जिंदा रखते हुए एक पीढ़ी से अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का काम करते है। उन्होनें सभी लोगों को मेले पर बधाई दी ।उन्होंने सोलन व प्रदेश वासियो को मेले की बधाई है। उन्होंनें कहा कि यह मेला प्रदेश के अन्य मेलो से अलग है उन्होंनें कहा कि यहां के लोगो की मां शुलिनी के प्रति आस्था देखते ही बनती है। उन्होंने  मेलो को प्रोत्साहन पर बल दिया उन्होंनें कहा कि अपनी संस्कृति व पर्यटन की दृष्टि से काफी अहम है।
इस अवसर पर माता शूलिनी की पालिकी शूलिनी मंदिर से गंज बाजार लायी गई जहां भारी संख्या में लोग शोभायात्रा में शामिल हुए । शोभायात्रा चैक बाजार से गंज बाजार,पुराना बस अड्डा होती हुई उपायुक्त कार्यालय पहुंची व उसके बाद पुनः वापिस माता दुर्गा मंन्दिर में संपन्न हुई । लोगों में इस पारंपकि मेले को लेकर खासा उत्साह देखा जाता है मां शूलिनी की डोली के साथ-साथ मेली कमेटी व माता के भक्तों,युवा मंडलोे द्वारा अनेकों मनमोहक झांकियों निकाली गई। आकर्षक झांकियों को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। विश्ेाषकर महिलाओं एवं बच्चों में झांकियो  के प्रति खासा उत्साह दिखायी दिया। मेले के पावन अवसर पर शहर में जगह-जगह खाने पीने के भंडारे लगाए गए। जिसमें दिनभर हजारों लोगों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया।
पोरांणिक मान्यताओं के अनुसार अष्टधात्री माता शूलिनी को सोलन के राजा बघाट की कुल ईष्ट देवी माना जाता है । मान्यता है कि जून माह में माता शूलिनी अपनी बहन दुर्गा माता जिनका प्राचीन स्थान चैक बाजार में है, से मिलने के लिए वर्ष में एक बार जाती है । माता के अपनी बहन से मिलन के तीन दिन के प्रवास के दौरान ही शूलिनी मेले का आयोजन किया जाता था । इस दौरान राज परिवार की उपस्थिति में दुर्गा माता के मन्दिर के साथ बने मैदान में विशेष आयोजन खेल प्रतियोगिताएं एवं ठोडा खेल आयोजित किया जाते थे । कालांन्तर जगह कम होने के कारण मेले का आयोजन अब ठोडो मैदान में किया जाने लगा व राज परिवार की जगह चुने हुए प्रतिनिधियों ने ले ली है । पांरपरिक खेल ठोडा के नाम से बनाए गए ठोडो मैदान में हर वर्ष मेले के दौरान पारंपरिक खेल का आयोजन आज भी यथावत विशेष रूप से आयोजित किया जाता है।
लोगों में इस पारंपकि मेले को लेकर खासा उत्साह देखा जाता है मां शूलिनी की डोली के साथ-साथ मेली कमेटी व माता के भक्तों,युवा मंडलोे द्वारा अनेकों मनमोहक झांकियों निकाली गई। आकर्षक झांकियों को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। विश्ेाषकर महिलाओं एवं बच्चों में झांकियो के प्रति खासा उत्साह दिखायी दिया। मेले के पावन अवसर पर शहर में जगह-जगह खाने पीने के स्टाल व भंडारों लगाए गए। जिसमें दिनभर हजारों लोगों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया।
निश्चित तौर पर शूलिनी मेले मे भक्तो की अपार श्रद्धा है मेले के दौरान लाखो की संख्या में भक्त मां शूलिनी का आर्शिवाद ग्रहण करते है जिसके चलते मेले मे भारी भीड़ रहती है मेले के दौरान सोलन मे कही तिल धरने की जगह नही रहती यह बात अपने आप मे साबित करती है मां शूलिनी भक्तो की सभी मनोकामनाए पूर्ण करती है। इस दौरान विभिन्न गणमानय व्यक्ति उपस्थित रहे।

Read Previous

चंबा की जनता की एक ही मांग, मनोहर हत्याकांड की जांच केंद्रीय एजेंसी से हो -शांता कुमार

Read Next

आगामी 26 जून को बचत भवन में आयोजित होगा जिला स्तरीय नशा निवारण दिवस

error: Content is protected !!