News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
भ्रष्टाचार के मामले को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर नही दिख रही हे जिससे जनता को प्रदेश सरकार से विश्वास उठ रहा हे | वही पांवटा कि जनता भी अपनी नजरे अब प्रदेश सरकार कि और टिकाए हुए कि अब प्रदेश इस भ्रष्टाचार के मामले में कि कितनी तेजी से जाँच कराती हे |लेकिन अभी पांवटा साहिब के नगर परिषद में कमीशनखोरी का मामला उजागर करने वाले ठेकेदार को नगर परिषद ने अब बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जो पांवटा साहिब में कथित तौर पर सफाई के ठेकों का काम कर रहा था यदि यह ठेकेदार पनप रहे भरष्टाचार को उजागर ने करते तो इसका खुलासा नही हो पता लेकिन अब ठेकेदार को इसकी सजा नगर परिषद् ने बहार का रास्ता दिखा कर दे दिया |वही इस मामले को राजनेताओ द्वारा भी अब नजर अन्दांज किया जा रहा हे | पांवटा के भाजपा नेताओ के लिए यह मामला गले कि हड्डी बनी हुए हे जो पुरे प्रदेश भर में ढिंढोरा पिटा चुकी हे |ऐसे में प्रदेश सरकार कि छवि पर भी दाग लग रहा हे |यदि इस मामले में प्रदेश सरकार गंभीर नही हुई तो आने वाले समय में जनता सरकार को अपना रुख दिखा सकती हे |
गोरतलब हो कि बीते माह नगर परिषद पांवटा साहिब में सफाई के ठेकों में कमीशनखोरी की बातचीत का वीडियो वायरल हुआ था। जिस पर विरोधी पार्षदों ने जोरदार हंगामा करते हुए ना केवल नगर परिषद की बैठकों का विरोध किए। पार्षदों ने नप अध्यक्षा व उपाध्यक्ष के इस्तीफों की मांग करते हुए विधायक सुखराम चौधरी की भूमिका पर भी सवाल उठाए।
बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए नप अध्यक्षा व उपाध्यक्ष दोनों को इस्तीफे देने पड़े। इस मौके पर विधायक सुखराम चौधरी ने पत्रकार वार्ता कर पूरे मामले की विजिलेंस जांच करवाने का वायदा किया।
ठेकेदार से कहा- आपकी समय सीमा समाप्त हुई
लेकिन प्रदेश सरकार इस बात के प्रति कितनी गंभीर है इस बात से जाहिर है कि एक माह बीत जाने के बाद भी बेशक विजिलेंस जांच शुरू नहीं हुई है। लेकिन कथित तौर पर कमिशनखोरी का वीडियो बनाने वाले ठेकेदार को ही हटा दिया गया है। जब ठेकेदार नप कार्यालय पहुंचा तो सफाई निरीक्षक ने उसे सूचित किया कि अपने सफाई कर्मियों को काम पर ना भेजें। आपकी समय सीमा समाप्त हो गई है।
उधर ,नप कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करना चाहा तो वे उपलब्ध नहीं ही पाए। वहीं इस दौरान विधायक सुखराम चौधरी से शिमला संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह नप का मामला है। उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उधर, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने बताया कि सफाई ठेकेदार के ठेके की समय सीमा समाप्त हो जाने के कारण उसे हटाया गया है। दोबारा ठेके होने तक की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दोबारा ठेके होने तक नप ने अपने स्तर पर सफाई की व्यवस्था कर ली है।
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