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May 20, 2024

21वीं सदी में भी नहीं मिली सड़क सुविधा ,कंधो पर ढोना पड़ा शव

News portals-सबकी खबर (रेणुका)

रेणुका विधानसभा क्षेत्र के छछेती पंचायत के बाशिंदे बरसात के मौसम में  परेशानियों का सामना करना पड़ रहा  हैं। बरसात के दिनों में ग्रामीण घर से बाहर कहीं अन्य जगह जाने में असमर्थ हैं। ऐसे में ग्रामीणों का रोष अब चरम पर है। ग्रामीणों ने अब हर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है।नेतागिरी मात्र वोट मांगने तक सीमित है।

दुर्घटना में मौत का शिकार हुए चालक के शव को गांव तक पहुंचाने के लिए भारी मुश्किलों का सामना करने पर ग्रामीणों का गुस्सा और फुटा | बरसात के मोसम में उनको बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीण सुरेश अत्री, मदन शर्मा, राकेश कुमार, विनोद कुमार, रमेश शर्मा, कमलेंद्र आदि ने बताया कि बरसात के दो-तीन महीने उनके लिए किसी सजा से कम नहीं होते।

ददाहू से खाली अच्छौन तक शव को गाड़ी में लाया गया। उसके बाद क्यारी तक का सफर एक किमी है लेकिन बरसात में रास्ते नहीं होने के कारण उफनती नदी में जान जोखिम में डालकर दोगुना सफर करना पड़ा।ग्रामीणों ने कहा कि 20 साल पहले ददाहू से खाली अच्छौन तक सड़क बन चुकी है लेकिन सरकार 20 साल से एक किमी भी सड़क नहीं बना पाई |

उधर रेणुकाजी के विधायक विनय कुमार से संपर्क करना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।सड़क सुविधा नहीं होने से गांव के मरीज स्वास्थ्य सुविधा से वंचित हैं। इस समय क्यारी गांव में दो मरीज है। शेर सिंह को कुछ दिन पहले अधरंग का दौरा पड़ा था लेकिन परिवार वाले मरीज को अस्पताल में ले जाने में असमर्थ हैं। इसके अलावा इंद्रा देवी दिल की मरीज है। इन्हें भी परिवार के लोग अस्पताल तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।

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