Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 18, 2024

बड़े वार्डों को तोड़कर दो भागों में बांटने पर चल रही चर्चा

News portals-सबकी खबर (शिमला)

हिमाचल प्रदेश के कई बड़े वार्डों को तोड़कर दो भागों में बांटने पर चर्चा चल रही है। राजधानी शिमला में नगर निगम चुनाव से पहले शहर में वार्डों की संख्या 34 से बढ़ाकर 37 करने की तैयारी है।  निगम का मानना है की शहर में अभी तीन वार्ड ऐसे हैं जिनकी जनसंख्या बाकी वार्डों से लगभग दोगुना है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी के लिहाज से विकासनगर शहर का सबसे बड़ा वार्ड है जहां जनसंख्या 9200 थीं।इसके बाद खलीनी में 8400 जबकि कृष्णानगर की जनसंख्या 7100 थी। दस साल में खलीनी और विकासनगर वार्ड की संख्या काफी बढ़ी है। लोअर खलीनी, झंझीड़ी में नई कालोनियां और भवन बनने से आबादी बढ़ी है।

खलीनी के बराबरी वाले न्यू शिमला वार्ड के साल 2017 में तीन वार्ड बन गए थे। विकासनगर का भी शहरीकरण हुआ है। इन दोनों वार्डों में अब जनसंख्या 15 हजार के पार पहुंचने का अनुमान है।खलीनी में तो दो वार्ड बनाने की मांग भी उठ चुकी है। इसी तरह कृष्णानगर की भी आबादी बढ़ी है। शहर के बाकी सभी वार्डों की आबादी सात हजार से कम है। ऐसे में तीनों वार्डों को दो भागों में तोड़ा जा सकता है। जनवरी के अंत तक साफ हो जाएगा कि वार्डों का पुनर्गठन और पुनर्सीमांकन किस तरह से किया जाता है। खलीनी, कृष्णानगर और विकासनगर की आबादी को देखते हुए इनके दो-दो वार्ड बनाने में कोई पेच नहीं है। शहर में अभी वार्डों की संख्या 34 है। यह अधिकतम 37 हो सकती है। 37 से ज्यादा वार्ड बनाने के लिए एक्ट में संशोधन करना अनिवार्य है।

नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने माना कि 37 से ज्यादा वार्ड बनाने के लिए एक्ट में संशोधन जरूरी है।फायदे के लिए हो सकता है पुनर्गठन शहर के खलीनी और कृष्णानगर वार्ड में भाजपा का कब्जा है। कृष्णानगर में दस साल से भाजपा का गढ़ रहा है। ऐसे में इसे दो भागों में बांटकर भाजपा को फायदा हो सकता है। खलीनी में भी इस बार भाजपा ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। यह दोनों वार्ड शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के विस क्षेत्र में आते हैं। विकासनगर कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में आता है। साल 2017 में ही यह छोटा शिमला से अलग हुआ था।

Read Previous

मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए आईजीएमसी की नईं सुविधा

Read Next

कुल्लू में महसूस किए गए भूकंप के झटके

error: Content is protected !!