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May 15, 2024

बढ़ते पारे में तेज धूम में चलने से ओपीडी में मरीजो की संख्या बढ़ी-डॉ कमाल पाशा ।

न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर

गर्मी ने बढ़ाए उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन और बुखार के मरीज, -डॉ कमाल पाशा

पांवटा साहिब में गर्मी कहर बरपा रही है। पिछले चार दिनों से पारा 42डिग्री के आसपास चल रहा है। भीषण गर्मी से नागरिक अस्पताल में उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन, बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। लू लगने के कारण हीटस्ट्रोक के मरीज भी अब अस्पताल में आना शुरू हो गए हैं। अस्पताल के आउटडोर में मरीजों की संख्या सामान्य दिनों से दोगुनी हो गई है।

जानकारी के अनुसार अप्रैल के आखिर में पारा 38 डिग्री के आसपास चल रहा था, लेकिन मई महीने में ही सूर्यदेव ने फिर तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए। पिछले चार-पांच दिन से पारा लगातार चढ़कर 40 ,42 डिग्री के आसपास घूम रहा है। तापमान में तेजी से पांवटा के सिविल अस्पताल में मरीजों का आंकड़ा भी बढ़त हुई है । उपमण्डल के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में जनरल ओपीडी सामान्य दिनों में 60 से 70 तक का ही आंकड़ा छू पाती है, लेकिन अब यह आंकड़ा 162 तक का पहुंच गया है। अस्पताल में उल्टी-दस्त, डिहाइट्रेशन के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। इस बीमारी से बचने के लिए अस्पताल के वरिष्ठ डॉ कमाल पाशा ने लोगो को सलाह दी है कि बढ़ती गर्मी व तेज धूप में बचाव करे । पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल के वरिष्ठ डॉ कमाल पाशा ने लोगो को तेज धूप से आंखों को बचाएं: तेज धूप का आंखों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। तेज धूप व इन दिनों चल रही हवा से आंखों में धूल के कण पहुंच जाते हैं। इससे आंखों में जलन पैदा हो जाती है। डॉ की माने तो आंखों में लाली आ जाने के बाद कुछ लोग स्टीरॉयड युक्त दवा डाल लेते हैं जो घातक होती है। यदि आंखों में धूल के कण चले जाएं तो साफ ठंडे पानी से धोएं और मलें नहीं। धूप का चश्मा लगाएं व वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें।

वरिष्ठ डॉ पाशा ने बताया कि लोगो को हल्का भोजन करें व तरल पदार्थ लेते रहें: इस मौसम में उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन होने की आशंका ज्यादा रहती है। इससे बचाव के लिए साफ और ताजा पानी का सेवन करें। हल्का भोजन करें। यदि शरीर में कमजोरी महसूस हो तो साफ पानी में नमक और चीनी मिलाकर उसके घोल का सेवन करें और तत्काल किसी चिकित्सक को दिखाएं। धूप में निकलने से पहले तरल पदार्थ या पानी पीकर ही निकलें।


वही ड़ॉ ने बच्चों को धूप में नही निकलने दें: तेज धूप में बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दें। यही निकलना जरूरी हो तो पूरी बांह के हल्के कलर के कपड़े पहनाकर ही जाने दें। बच्चों को तरल पदार्थ अधिक से अधिक दें। यदि बच्चे को दस्त हो जाएं तो ओआरएस का घोल दें तथा पानी की कमी नहीं होने दें। यदि इससे फायदा नहीं हो तो डॉक्टर को दिखाएं। धूप में खुद भी हमेशा सिर ढंककर ही निकलें।

वरिष्ठ डॉ पाशा ने बताया कि इस तरह के मौसम में डिहाइड्रेशन, उल्टी-दस्त अधिक होता है इसलिए एहतियात बरतना बेहद जरूरी है। गर्मी में शरीर में पानी की कमी आ जाती है। इसके लिए हमें अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। उल्टी-दस्त व बुखार की शिकायत होने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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