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May 19, 2024

उत्तराखंड से 80 किमी पैदल चल कर पांवटा पहुंचे पांच मजदुर

News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )

जिला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब में  रविवार समय दोपहर 12.33 बजे। स्थान : हिमाचल-उत्तराखंड राज्य की सीमा पर गोविंद घाट बैरियर। एनएच किनारे बने भवन के बरामदे में थके हारे मजदूर भूखे प्यासे बैठे हैं। हिमाचल की राज्य सीमा पर पहुंचते ही पुलिस ने सभी को जांच के लिए रोककर रखा है। एंट्री प्वाइंट पर मजदूरों से पूछताछ हर रोज हो रही है। बैरियर पर तैनात कर्मचारियों और पुलिस जवानों ने कुछ सवाल किए। जिसके बाद स्वास्थ्य जांच की गई।

मूल रुप से कहां से हो, कहां से पैदल आए, किधर जाना है और अपना पहचान पत्र दिखाओ। इन सवालों के जवाब पुलिस और बैरियर पर तैनात कर्मचारियों को दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम के पास कैबिन के बाहर प्रवासी मजदूर मेडिकल टेस्ट करवाने को पहुंचे। बरामदे में थके हारे प्रवासी मजदूरों से न्यूज़ पोर्टल्स की टीम  ने पूछा आप सब कहां से आए हैं।
जिसके बाद बिहार निवासी मजदूर सूरज कुमार, गौरव कुमार, प्रमोद, किशन कुमार और उमर मंडल ने सारी कहानी बताई। जनवरी 2020 में उत्तराखंड के मसूरी में भवन निर्माण का कार्य कर रहे थे। जो जमा पूंजी थी, सब लॉकडाउन में खत्म हो गई। राशन और कमरे का किराया देने को पैसा नहीं थे। अब करीब 80 किमी पैदल चल कर पांवटा पहुंचे हैं। अब पैदल की पांवटा से 120 किमी दूर तय करेंगे।


जेब में पैसा नही है। इसलिए लॉकडाउन समाप्त होने तक चंडीगढ़ क्षेत्र में खेतों में काम कर पैसा कमाएंगे। भूखे प्यासे होने पर सभी प्रवासी मजदूरों को गुरुद्वारा लंगर हाल जाने को कहा गया। मजदूरों ने कहा कि लंगर के बाद पैदल ही चंडीगढ़ पहुंचना है।

 

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