Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 18, 2024

नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं को एसओपी के तहत सुविधाजनक करवाए जाएंगे दर्शन

22 घंटे तक खुला रहेगा दरबार

News portals-सबकी खबर (कांगड़ा)

नवरात्र में   प्रसिद्ध शक्तिपीठ नयनादेवी का दरबार नवरात्र में 22 घंटे तक खुला रहेगा। रात 12 से दो बजे तक ही मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। वहीं अन्य मंदिर सुबह पांच बजे से खुलेंगे। एसओपी के चलते श्रद्धालुओं के गर्भगृह में जाने पर रोक रहेगी। श्रद्धालु मंदिरों में न तो प्रसाद चढ़ा पाएंगे और न लंगर लगेंगे।श्रद्धालु पंजीकरण के साथ सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन की अनिवार्यता को पूरा करने के बाद ही मंदिरों में प्रवेश कर सकेंगे। सिरमौर का बालासुंदरी मंदिर हर घंटे सैनिटाइज होगा।

शक्तिपीठ ज्वालाजी, चामुंडा, बज्रेश्वरी देवी, माता नयना देवी, चिंतपूर्णी और मां बालासुंदरी मंदिर में तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। बज्रेश्वरी देवी कांगड़ा मंदिर के कपाट सुबह पांच बजे खुल जाएंगे। सुबह और शाम सात बजे आरती होगी।चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में हलवा या अन्य गीला प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। सूखा प्रसाद श्रद्धालु माता के दर्शन करते समय साथ रख वापस अपने घर ले जा सकेंगे।

चिंतपूर्णी में अभी सुबह आठ बजे कपाट खुल रहे हैं। नवरात्र को लेकर अभी फैसला होना बाकी है। शिमला के तारादेवी मंदिर में सुबह 6 बजे से मां के दर्शन की व्यवस्था जारी रहेगी। कालीबाड़ी मंदिर में सुबह 6:30 बजे से दर्शन होंगे। रात साढ़े 9 बजे मंदिर बंद होगा।


ज्वालाजी में मंदिर के अंदर नारियल नहीं ले जा पाएंगे। प्रसाद भी मुख्य मंदिर में रखे ड्रम में डाला जाएगा। मंदिर में श्रद्धालु सुबह 6 से रात 10 बजे तक दर्शन कर सकते हैं।मां ज्वाला की पांच बार आरती होगी। पंजीकरण व्यवस्था भी पहले की तरह पुराने बस स्टैंड की पार्किंग में ही होगी। मुंडन संस्कार फिलहाल बंद रहेंगे। एसडीएम धनवीर ठाकुर ने बताया कि कोरोना काल में नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं को एसओपी के तहत सुविधाजनक दर्शन करवाए जाएंगे।

Read Previous

चलती बाइक में अचानक लगी आग,मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक जलने से बचे

Read Next

12 अक्तूबर से 100 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को नियमित तौर पर आना पड़ेगा स्कूल-कॉलेज

error: Content is protected !!