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May 20, 2024

कोर्ट से नहीं मिली जमानत, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे आरोपी |

News portals -सबकी खबर (सरकाघाट  )

सरकाघाट में 81 वर्षीय वृद्ध महिला राजदेई से क्रूरता करने वाले 24 आरोपियों को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। सभी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी की जमानत याचिका रद्द कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। उधर, पीडि़ता राजदेई का पुलिस ने हमीरपुर में मेडिकल करवाया है। मंगलवार को डीएसपी सरकाघाट और तहसीलदार सरकाघाट ने भी गांव का दौरा किया। दोनों अधिकारी ग्रामीणों से मिलने गए थे, लेकिन कुछ ही लोग पुलिस से मिलने पहुंचे। वहीं, समाहल गांव में माहौल अभी भी शांत नहीं हुआ है। पुलिस की कार्रवाई और बडे़ स्तर पर गिरफ्तारियां होने के बाद लोग सहमे हुए हैं। इसलिए लोग बाहर भी कम ही आ रहे हैं।

पुलिस ने समाहल व आसपास के गांवों में अपनी गश्त भी बढ़ा रखी है। उधर, पीडि़त महिला राजदेई को कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने बेटी तृप्ता के साथ हमीरपुर भेज दिया है। गोरतलब हो की  सरकाघाट की गाहर पंचायत के समाहल गांव में छह नवंबर को 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला को डायन बताकर उसे मारा-पीटा गया था। अब तक पुलिस चार गांवों के 24 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में हाई कोर्ट ने भी कड़ा संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार से एक हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। मामले की मानवाधिकार आयोग व राष्ट्रीय महिला आयोग से भी शिकायत की गई है।

उधर, एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस की जांच जारी है। 24 लोगों को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। वहीं, इस मामले कुछ पूर्व जनप्रतिनिधियों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि घटना के समय वे लोग भी मौके पर ही थे और उन्होंने ने भी महिला को बचाने का प्रयास नहीं किया था। नौ माह के बच्चे की मां भी कैदइस मामले में अब तक पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 15 पुरुष और नौ महिलाएं शामिल हैं। पीडि़ता राजदेई की सगी बहन व भानजे के अलावा स्व. पुजारी की बेटी और बेटा भी सलाखों के पीछे हैं। दुखद यह है कि इन आरोपियों में एक महिला नौ महीने के बच्चे की मां है। ऐसे में उसे बच्चे को भी साथ में रखना पड़ रहा है। पुलिस ने महिला को अलग कमरे में रखा हुआ है और होंगी गिऱफ्ता रियांइस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। गांव के एक व्यक्ति जयगोपाल ने भी देवता समिति पर इसी तरह के आरोप लगाए हैं। ऐसे में इस शिकायत के बाद कुछ और लोगों पुलिस गिरफ्तार कर सकती है।एसडीएम से मिलेंगे सरकाघाट प्रकरण को लेकर तीन गांव के लोगों ने देवता के मंदिर में बैठक की। इस दौरान लोगों ने फैसला लिया कि जल्द ही वे एसडीएम से मिलेंगे और सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे कि उनका पक्ष भी सुना जाए।तीन गांवों के लोग अंदर सरकाघाट मामले में सिर्फ बड़ा समाहल गांव के लोग ही सलाखों के पीछे नहीं गए हैं, बल्कि बड़ा समाहल गांव के साथ ही लगते पट्टा व छोटा समाहल गांव के भी लोगों को पुलिस ने इस संबंध में गिरफ़्तार किया है। देवता के नाम पर लोगों की साजिश


सरकाघाट की शर्मनाक घटना के पीछे देवता का नहीं, बल्कि लोगों के अंधविश्वास और कुछ लोगों की सोची-समझी साजिश बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि राजदेई को लगभग एक महीने पहले देवता के आदेशों पर लोगों ने गांव छोड़ने के आदेश दिए थे। इस बीच उसे कई बार डराया-धमकाया और मारा-पीटा भी गया। राजदेई ने जब गांव नहीं छोड़ा तो 6 नवंबर को लोग देवता के आदेशों का पालन करवाने के लिए देवता का रथ लेकर राजदेई के घर पहुंच गए। इसके बाद लोगों ने इपसानियत को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि कुछ वर्ष पहले देवता के पुजारी की मौत हो गई। उसके कुछ समय बाद गांव में कुछ और जवान लोगों की भी मौतें हुई। इस घबराए लोग जब देवता की शरण में गए मंदिर में दो महिलाओं को खेल आ गई। इस दौरान इन दोनों महिलाओं ने राजदेई को इस सबकी वजह बताया और उसे गांव से बाहर जाने के लिए कहा। जांच में इन दोनों महिलाओं की भूमिका पुलिस को भी संदिग्ध लगी है।

सुंदरनगर – सुंदरनगर नगर परिषद के बनायक वार्ड आस्था के नाम पर छेड़छाड़ का मामला सरकाघाट के बाद उजागर होने पर पुलिस के कब्जे में अब तक वायरल हुए वीडियो नहीं आए हैं। हालांकि शिकायतकर्ता के बयान कलमबद्ध कर लिए गए हैं और मामले से जुड़े हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। इस मसले को शिकायतकर्ता ने सरकाघाट का मामला सामने आने के बाद फिर उजागर किया है और न्याय की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है कि कुछ नशेड़ी युवकों की टोली द्वारा धर्म की आड़ में अपने हित साधने के लिए लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें देवताओं का डर दिखा कर बकरे की बलि मांगी जाती है और फिर उनसे पैसे ऐंठे जाते हैं। पैसा न देने पर लोगों से मारपीट तक की जाती है। इस बारे में पूरे मामले का पटाक्षेप करते हुए पीडि़त तनुज शर्मा निवासी बनायक ने बताया कि लंबे से यह धन्धा कुछ युवकों द्वारा चलाया जा रहा है। तनुज ने बताया कि वे लोग क्वारी माता मंदिर और गुग्गा जाहरवीर मंदिर में अकसर ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। तनुज ने बताया कि मामले से संबंधित सबूत वीडियो व ऑडियो के रूप में उसके पास मौजूद हैं।

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