Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 18, 2024

नूरपुर में महिला पर बंदरों ने किया अचानक हमला महिला बची के साथ छत से गिरी हालत गंभीर |

नूरपुर के वार्ड चार में अपने मकान की छत पर बैठी महिला पर बंदरों ने अचानक हमला करने से  महिला रेणु अपनी दो माह की बेटी सहित छत से गिर गई। महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी अनुसार रेणु बाला निवासी वार्ड चार अपनी दो माह की बेटी को लेकर छत पर धूप सेक रही थीं कि अचानक बंदरों ने उस पर हमला कर दिया।

बंदरों के अचानक हुए इस हमले से घबरा कर रेणु अपनी दो माह की बेटी सहित छत से घर के आगे गली में गिर गई।बंदरों के हमले में अपनी मां सहित छत से गिरी दो माह की बेटी पूरी तरह से सुरक्षित है व उसके सिर पर हल्की सी चोट आई है  वह खतरे से बाहर है। रेणु बाला को लोग तुरंत नूरपुर अस्पताल ले गए। वहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे डॉक्‍टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज एवं अस्‍पताल टांडा के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन टांडा में भी उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआइ चंडीगड़ रेफर कर दिया गया। रेणु की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है, वह अभी तक कोमा में है।

इससे पहले भी नूरपुर के कई लोग बंदरों के हमले का शिकार हो चुके हैं। लेकिन वन विभाग नूरपुर शहर को बंदरों के आतंक से निजात नहीं दिला सका है। लोगों ने प्रशासन से मांग है कि शीघ्र ही उन्हें बंदरों से निजात दिलाई जाए, ताकि भविष्य में कोई और बंदरों के हमले का शिकार न हो। नूरपुर में बंदरों का काफी आतंक है। प्रशासन की और से किसी हादसे के बाद जरूर कुछ प्रयास किए जाते हैं। लेकिन समय बीतने के साथ प्रशासन की कार्रवाई फ‍िर ढीली पड़ जाती है और लोगों को फ‍िर से बंदरों का उत्‍पात सहने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

Read Previous

भाजपा की महिला नेत्री इंदु गोस्‍वामी राज्‍यसभा के लिए चुनी गई |

Read Next

करोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आगामी 20 दिन अत्यधिक महत्वपूर्ण, बरतें सावधानी- डा0 पुरुथी |

error: Content is protected !!