Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 18, 2024

फेसबुक पर लगाई जा रही बकरों की बोली ।

गिरिपार क्षेत्र में मांघी का त्यौहार जोरों-शोरों से, 40 हजार  बकरे त्योहार  मैं  काटे जाते हैं ।

News portals-सबकी खबर (शिलाई)

जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में पुरानी परंपराओं  से चली आ रही मांघी का त्यौहार को  लोग जोरों-शोरों से  मनाते हैं । इस साल लोग त्योहार में  बकरों की बोली फेसबुक पर भी मूल्य के साथ दिखाई जा रहे हैं । गिरीपार क्षेत्र  के इस त्यौहार को बड़े उत्साह से मनाया जाता है । गिरीपार के शिल्ला गांव के नंबरदार जगत सिंह ने बताया  की  गिरिपार में यहां माघी त्योहार की तैयारियां बडे़ जोरों से चली हुई है। सिरमौर जनपद का गिरिपार क्षेत्र जो हाटी के नाम से जाना जाता है, कई मायनों में अन्य क्षेत्रों से भिन्न है। खासकर पुरानी परंपराओं व लोक संस्कृति को अपने आप में संजोए यह क्षेत्र आज के इस बदलते दौर में अपने आप में एक अनूठी मिसाल कायम किए हुए है।
भौगोलिक स्थिति व जलवायु भिन्न होने के कारण भी कई मेले व त्योहार इस क्षेत्र में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ बड़ी धूमधाम से मनाए जाते है, जिसमें विशेषकर बूढ़ी दीवाली व माघी त्योहार शामिल है। करीब 3 लाख की आबादी वाले गिरिपार क्षेत्र में माघी त्योहार के नजदीक आने पर लोग एक महीना पहले ही बकरों की खरीद-फरोख्त में जुट जाते है। माघी त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाने के लिए क्षेत्र के ग्रामीण बर्फ पड़ने से पहले अपने-अपने घरों में खाने का सामान एकत्रित कर लेते है। वैसे तो गांव में कई लोग एक वर्ष पहले से ही अपने घरों में बकरे पालना शुरू कर देते है।
गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय के लोग 40 हजार बकरे माघी त्योहार में काटे जाते है। बकरों की किमत 15 हजार से लेकर 30 हजार तक होती है, जिसकी कुल कीमत करोड़ों में पहुंच जाती है। 11 जनवरी के माघी त्योहार मनाया जाएगा, जिसकी तैयारियां बडे़ जोरों से चली हुई है। माघी त्योहार की परंपरा कई सदियों से चली आ रही है। यह पुरानी परंपरा मैं लोग साल भर पहले से ही घर में बकरे पालना शुरू कर देते हैं।
Read Previous

देश में भाजपा की उलटी गिनती शुरू-कुलदीप राठौर

Read Next

नागरिकता कानून के समर्थन में पांवटा साहिब में उमड़ा जनसैलाब ।

error: Content is protected !!