Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 5, 2024

प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए रावी व आरोही ने तोड़ डाला गुल्लक |

संगड़ाह में कोरोना से जंग लड़ने के लिए आगे आए समाजसेवी

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह )

सिरमौर जिला में कोरोनावायरस के खिलाफ जंग तथा 21 दिन के लोकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सिरमौर जिला के उपमंडल संगड़ाह में हर कोई अपना योगदान देने की कोशिश कर रहा है। क्षेत्र में लॉक डाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए 9 वर्षीय रावि तथा उसकी 3 वर्षीय बहन आरोही ने तो अपना गुल्लक तक तोड़ दिया। दोनों बहनों ने अपनी करीब 900 रुपए की सारी जमा पूंजी को प्रवासी मजदूरों की मदद करने के लिए लॉक डाउन हेल्प टीम संगड़ाह को दे दी। दोनों बच्चियों के अनुसार पापा मम्मी उन्हें और पैसे दे देंगे।

तालाबंदी मदद टीम के सदस्यों द्वारा पिछले तीन दिनों में राजस्थान, सहारनपुर, शिलाई व बिहार के मजदूरों के अलावा संगड़ाह कस्बे के आसपास के गांव में रह रहे प्रवासियों की विशेषत: खाना उपलब्ध करवाने में मदद की जा चुकी है। उक्त टीम में शामिल प्रोफेसर रविंद्र शर्मा द्वारा शुक्रवार को उपमंडल संगड़ाह के गांव सैंज में फंसे राजस्थानी मजदूरों के परिवार के 30 लोगों को खाद्य सामग्री भिजवाकर अपने अभियान की शुरुआत की गई थी। इसके अलावा उक्त लोगों द्वारा सहारनपुर व शिलाई के दर्जन भर मजदूरों तथा संगड़ाह में फंसे यूपी के बहराइच के मजदूर परिवार की भी यथासंभव मदद की गई। स्थानीय प्रशासन द्वारा भी पुराने तहसील कार्यालय में मजदूरों अथवा प्रवासियों के रहने की व्यवस्था की गई है।

यहां एक खनन व्यवसाई द्वारा 15 बिस्तर उपलब्ध करवाए गए हैं। संगड़ाह के एसके टेलर द्वारा गत 14 मार्च से अब तक 1200 के करीब मास्क बनाकर लोगों को निशुल्क आवंटित किए जा चुके हैं। रविवार को जनता कर्फ्यू के बाद से क्षेत्र में लगातार वाहनों की आवाजाही व बाजार लगभग बंद होने के चलते उक्त टेलर का कपड़े सिलने का काम बंद है। तब से अब तक वह अंदर ही रहकर प्रतिदिन 100 के करीब मास्क तैयार कर रहे हैं। गत 26 जनवरी को जिला प्रशासन द्वारा उन्हें प्लास्टिक मुक्त भारत में योगदान देने तथा कपड़े के बैग मुफ्त बांटने के लिए सम्मानित किया जा चुका है। रविवार को बह्मामण सभा संगड़ाह के पदाधिकारी व योगिन्द्र कपिला, एचपी शर्मा व विद्यादत आदि द्वारा मुख्य बाजार में दुकानों के बाहर छिड़काव कर कस्बे को सेनिटाइज किया गया। यहां सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दुकानों के बाहर लक्ष्मणरेखा अथवा मार्किंग किए जाने की भी लोग तारीफ कर रहे हैं। बहरहाल स्थानीय समाजसेवी तालाबंदी में फंसे लोगों की मदद कर प्रशासन व सरकार का हर संभव सहयोग कर रहे हैं।

Read Previous

रेणुकाजी में 12 तथा नौहराधार 4 को क्वॉरेंटाइन किया

Read Next

ऊना बैरियर से करीब 470 हिमाचली पैदल ऊना पहुंचे,डीसी ने बसों में भेजा घर |

error: Content is protected !!