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May 7, 2024

मीट विक्रेता सरकारी नियमों सहित स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों की उड़ा रहे सरेआम धज्जियां

शिलाई  क्षेत्र में प्रशासनिक आदेश बताकर विक्रेता मनमाने दाम किया जा रहा वसूल

News portals-सबकी खबर (शिलाई)

उपमंडल शिलाई के अंदर मीट विक्रेता सरकारी नियमों सहित स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे है क्षेत्र में प्रशासनिक आदेश बताकर विक्रेता मनमाने दाम वसूल रहे है जनता को घटियां किस्म का मॉस मोटे दामो में बैचा जा रहा है प्रशासन को मनमाने दामो पर अंकुश लगाने की माग कईबार की गई है लेकिन जनता को राहत नहीं मिल पाई है जिससे क्षेत्रीय लोगों में रोष व्यापक है!विभागीय अधिसूचना के अनुसार बकरा व भेडा का मीट 400 रूपये, सूअर 220, मुर्गा व मछली 180 रूपये किलो निर्धारित किया गया है मीट विक्रेताओं की दूकान पर रेट लिस्ट होना जरुरी किया गया है लेकिन शिलाई में नियमों व प्रशासनिक आदेशो को दरकिनार करके बकरा व भेडा का मिक्स मीट 500 रूपये, गुणवत्ता में बडिया बकरा व भेडा 600, सूअर 300, मुर्गा व मछली 260 रूपये किलो दिया जा रहा है यंहा व्यक्ति के व्यक्तित्व को देखकर रेट लगाए जाते है प्रशासनिक कर्मचारियों व अधिकारीयों को फ्री में भी मीट उपलब्ध रहता है!

उपमंडल शिलाई के रोनहाट कस्बे में मीट विक्रेता पंकज तितोरिया कहते है कि स्थानीय नायब तहसीलदार ने उन्हें निर्धारित रेट से अधिक मीट बेचने की परमिशन दी हुई है उनकी दूकान पर रेट लिस्ट की जरूरत नहीं है क्युकी रोनहाट में उनके अपने रेट चलेगे, वह अपने रेट के हिसाब से ही मीट बेचेगे, इसलिए मीट खरीदना है तो खरीदे अन्यथा ग्राहक बहुत है स्थानीय प्रशासन की पूरी परमिशन है जो उनके पास अभी लिखित तोर पर नही है!स्थानीय लोगों में भीम सिंह ठाकुर, मनोज कुमार, दिनेश सिंह, कल्याण सिंह बताते है कि मीट मार्किट वाले बिना मेडिकल किये बकरे का मीट जनता को खिला रहे है कईबार तो सही से साफ़ भी नहीं होता, मीट से गंदी बदबू आ रही होती है फिर भी सरकारी रेट से कही अधिक रेट पर खुलेआम मीट बेचा जा रहा है, प्रशासन को शिकायते की गई है लेकिन न रेट लिस्ट लगती है न ही मीट के सरकारी दाम लगते है इतना ही नहीं बल्कि प्रशासन इनके चालन भी नहीं काटता है जिससे प्रशासनिक अधिकारीयों की मिलीभगत साफ़ नजर आ रही है!

उलेखनीय है कि शिलाई तहसील में लगभग तीन माह पहले तहसीलदार ने मनमाने दाम वसूलने पर 15 दिनों तक मीट मार्किट बन्द रखी थी जिसके बाद सरकारी दाम पर मीट बेचने की शर्त पर मीट मार्किट खुली थी लेकिन उक्त अधिकारी के सेवानिवृत होते ही “दिया तले अँधेरा” वाली कहावत चरितार्थ होने लगी है, यदि रोनहाट कस्बे की बात की जाए तो यंहा सरेआम प्रशासनिक अधिकारीयों के कंधे पर निर्धारित रेट से अधिक मीट बेचा जा रहा है!खाद्य, नागरिक एवं आपूर्ति निगम इंस्पेक्टर, विक्रम सिंह ठाकुर ने बताया कि उनके पास निर्धारित रेट से अधिक मीट बेचने की शिकायते है जिसपर जल्द टीम बनाकर कार्यवाही की जाएगी यदि किसी मीट विक्रेता के पास रेट लिस्ट नही पाई गई तो विभागीय कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी साथ ही मीट बेचने की दूकान पर ताला लगाया जाएगा |

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