Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

May 4, 2024

जानिए – जिला सिरमौर में कहां महादेव शंकर की 65 फुट ऊंची मूर्ति स्थापित की जा रही है |

News portals – सबकी खबर (संगड़ाह )

प्रसिद्ध आस्था स्थल हरिपुरधार में जिला सिरमौर की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। देवाधिदेव महादेव शंकर की यह प्रतिमा 65 फुट ऊंची उक्त प्रतिमा का निर्माण सीमेंट एवं मार्बल पाउडर तथा विशेष तकनीक से किया जा रहा है। मां भंगाईणी मंदिर समिति हरिपुरधार द्वारा स्थापित की जाने वाली इस प्रतिमा को जिला सिरमौर व शिमला के विभिन्न हिस्सों के अलावा उत्तराखंड के चकराता क्षेत्र से भी देखा जा सकेगा। समुद्र तल से करीब 8,000 फुट ऊंचे शिव ध्वजा टीले पर प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है।

आठ हजार फुट ऊंची चोटी पर कर्नाटक के मूर्तिकार बनाएंगे भव्य प्रतिमा

स्थामां भंगाईणी मंदिर  में पहले से स्थानीय लोगों द्वारा शिव आस्था स्थल के रूप में पूजा की जाती जाती है। उक्त मंदिर कमेटी के संचालक बलवीर ठाकुर ने बताया कि, इस मूर्ति के निर्माण पर आने वाला सारा खर्चा मंदिर समिति द्वारा वहन किया जाएगा। उक्त  मंदिर का निर्माण कर्नाटक के तंजावर जिला के मशहूर मूर्तिकार के राजा कर  रहे हैं।बता दे की  दक्षिण भारत का यह मूर्तिकार गत दिनों चंडीगढ़ के सेक्टर 31-डी में एक विशाल मूर्ति का निर्माण कर चुका हैं। छः माह के भीतर इस प्रतिमा को तैयार किया जाना लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

महादेव शंकर की 65 फुट ऊंची मूर्ति का निर्माण कार्य शुरू

जानकारी के अनुसार उक्त मूर्ति की प्रतिमा  65 फुट ऊंची महादेव शंकर जिला सिरमोर  की सबसे ऊंची मूर्ति होगी। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र रहे उपमंडल संगड़ाह अथवा रेणुकाजी हल्के को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के सरकार अथवा नेताओं के दावे हालांकि अभी तक पूरे होते नहीं दिख रहे हैं, मगर क्षेत्र के कुछ लोग अपने स्तर पर यहां पर्यटन विकास के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं।

 

Read Previous

14 साल की नाबालिग से दुराचार, दुकानदार गिरफ्तार |

Read Next

नाबालिक लडकी ने फंसी लगाकर की अपनी जीवन लीला समाप्त |

error: Content is protected !!