न्यूज पोर्टल्स : सबकी खबर (राकेश नंदन- ब्यूरो नहान)
अध्यापिका ने सेवानिवृति होने पर अपने स्कूल में पुस्तकालय बनवा दिया। इसके लिए अपनी नेक कमाई से 11 लाख खर्च किया। इस राशि की लागत से पुस्तकालय बनवा दिया। जिससे बच्चों बेहतर लाइब्रेरी की सुविधा मिल रही है। ये जज्बा अन्य लोगों के लिए मिसाल बन रहा है। सेवानिवृत्त हुई इन शिक्षिका का नाम सुनीता गन्धन।
कभी कभी आम लोगों को ऐसे महान लोग मिल जाते है। जो अपने अलग स्वभाव के कारण चर्चा में आ जाते है। क्यों एक सरकारी कन्या स्कुल की शिक्षिका चर्चा का विषय बन रही है।
न्यूज़ पोर्टल्स :सबकी खबर टीम की रिपोर्ट अनुसार इस कार्य से स्कूल के बच्चे व अभिभावकों में खुशी की लहर है।
शिक्षिका ने गुरु गोबिंद दोउ दोनों खड़े काके लागूं पाए मुहावरे को चरितार्थ करके दिखाया है। सिरमौर जिला के सराहां तहसील पच्छाद के एक मात्र वरिष्ठ कन्या विद्यालय की शिक्षिका सुनीता गन्धन ने पुनीत कार्य किया है। सुनीता इसी स्कुल से सेवानिवृत हुई है। उन्होंने सेवानिवृति के बाद मिले पैसों से स्कुल में एक भव्य पुस्तकालय बनाने का फैसला किया।आज इस पुस्तकालय में सभी बच्चे विभिन्न प्रकार के साहित्य से रूबरू हो रहे हैं। इस पुस्तकालय को बनाने में, पुस्तकों ,फर्नीचर आदि पर लगभग 11 लाख का खर्च आया है।
स्कूल के प्रधानाचार्य रोहित वर्मा ने बताया कि सुनीता की बड़ी इच्छा थी कि उनके स्कूल में एक ज्ञानवर्धक पुस्तकालय हो। और अपनी रिटायरमेंट पर उन्होंने इसके लिए प्रयास किया। और आज जो बच्चों को लाभान्वित कर रहा है। रोहित वर्मा प्रधानाचार्य कन्या महा विद्यालय सरांह ने कहा कि अध्यापिका ने भविष्य के लिए एक मजबूत बुनियाद रखी है जिससे ग्रामीण स्कूलों के छात्र भी अपना ज्ञानवर्धन आसानी से कर सकेंगे। सुनीता गन्धन के इस प्रयास से जहाँ छात्र लाभान्वित हो रहे हैं वहीं स्कुल के अध्यापक भी प्रसन्न हैं। सुनीता गन्धन ने एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी क्षेत्र में बड़ी चर्चा हो रही है। और एक उदाहरण भी समाज सेवा का दिया जा रहा है। स्कूल की छात्राओं ने बताया कि इस पुस्तकालय के बनने से उन्हें बहुत लाभ हो रहा है। और उन्हें उच्च स्तर का साहित्य ,समाचार पत्र आदि पढ़ने को मिल रहे हैं। जोकि आगे उनके प्रतियोगी परीक्षाओं में सहायक होंगे। स्कूल2 की छात्रा ने बताया कि स्कुल में सभी बच्चे आकर पढ़ते हैं। जिससे उनके ज्ञान में लगातारवृद्धि हो रही है। यह उनके भविष्य के लिए कारगर साबित होगी।
उल्लेखनीय है कि सुनीता गन्धन को इस पुनीत कार्य के लिए जिला प्रशाशन ने सम्मानित भी किया है। और उनका यह कार्य सभी लोगो के लिए एक प्रेरणा बनकर भी उभरा है।
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