Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

April 30, 2025

ऊंची चूड़धार पर्वत श्रृंखला पर दो फुट ताजा हिमपात

उपमंडल संगड़ाह के ऊपरी हिस्सों में भी बर्फबारी जारी

नौहराधार, हरिपुरधार व गत्ताधार में आधा फुट बर्फबारी

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चूड़धार पर्वत चोटी पर दो फुट के करीब हिमपात हो चुका है। समुद्र तल से करीब 11,900 फुट ऊंची चूड़धार पर्वत श्रृंखला पर रविवार रात से सोमवार बाद दोपहर तक रुक रुक बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली चूड़धार पर्वत श्रृंखला के साथ लगते नौहराधार, हरिपुरधार व गत्ताधार आदि उपरी हिस्सों में भी सोमवार बाद दोपहर तक आधा फुट के करीब बर्फ पड़ चुकी थी।

बर्फबारी से जहां कड़ाके की ठंड हो गई है, वहीं समूचे क्षेत्र में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। संगड़ाह में अधिकतम तापमान मात्र 12 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले तीन माह से बारिश की आस में आसमान में टकटकी लगाए बैठे किसानों का लंबा इंतजार खत्म हुआ है। चूड़धार चोटी पर आम तौर पर हालांकि अक्टूबर माह में पहली बर्फबारी के बाद मंदिर के कपाट बंद हो जाते थे, मगर इस बार एक माह बाद हिमपात हुआ।

उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह व क्षेत्र के निचले हिस्सों में भी रविवार शाम से सोमवार बाद दोपहर तक करीब 17 घंटे बारिश का क्रम जारी रहा। बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली तथा क्षेत्र की प्रमुख नगदी फसल अदरक व लहसुन के अलावा गेंहू व जौं आदि रबी की फसलों के लिए भी वर्षा व हिमपात वरदान समझे जा रहे हैं।

चूड़धार का अधिकतम तापमान 8 डिग्री व न्यूनतम तामपान शुन्य रहा। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ संगड़ाह अनुप कतना ने बताया कि, बारिश रबी की सभी फसलों के लिए बहुत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि, विभाग द्वारा क्षेत्र के किसानों को लहसुन का उन्नत बीज वितरित किया जा चुका है तथा गैंहू व मटर का बीज अभी भी वितरित किया जा रहा है।

Read Previous

देश में लगातार 44वें दिन कोविड के नए मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्‍या ज्‍यादा

Read Next

पांवटा साहिब में धूमधाम से मनाया भैयादूज

error: Content is protected !!