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May 18, 2024

सेब में लगा स्कैब रोग ,बागवानी परेशान |

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हिमाचल प्रदेश  के बागवानी विभाग को शिमला, कुल्लू और मंडी से सेब में स्कैब की समस्या को लेकर समस्याएं मिल रही हैं। इसके निपटारे के लिए नौणी विवि के वीसी डॉ परविंद्र कौशल ने संबंधित विभाग के वैज्ञानिकों को समस्या का निपटारा करने के निर्देश जारी किए हैं।  इसमें विशेषज्ञों को फील्ड में जाकर बागवानों से बातचीत करने को भी कहा गया है। मानसून के आने से वातावरण में नमी की अधिकता हो जाती है। इस कारण पौधों में रोगों का प्रकोप भी दिखाई देने लगता है

प्रोपीनेब के स्प्रे 0.3 प्रतिशत (600 ग्राम / 200 लीटर पानी) या डोडिन 0.075 प्रतिशत (150 ग्राम / 200 लीटर पानी) या मेटिरम 55 प्रतिशत प्लस पाइरक्लोस्ट्रोबिन 5 प्रतिशत (300 ग्राम /200 लीटर पानी) या टेबुकोनाजोल 8 प्रतिशत प्लस कप्तान 32 प्रतिशत (500एमएल/ 200 लीटर पानी)  ऐप्पल स्कैब के प्रबंधन के लिए सिफारिश की जाती है।   निम्न ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्कैब के प्रबंधन के लिए प्रोपीनेब के स्प्रे की सलाह दी जाती है, जबकि समय से पहले पत्ती गिरने के प्रबंधन के लिए टेबुकोनाजोल प्लस ट्राइफ्लोक्सिस्ट्रोबिन की सिफारिश की जाती है।

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