Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

April 25, 2024

सिरमौर जिला के बच्चों में कुपोषण का स्तर राष्ट्रीय स्तर से कम-प्रियंका वर्मा

News portals-सबकी खबर (नाहन )

जिला सिरमौर के बच्चों में कुपोषण का स्तर राष्ट्रीय स्तर से कम है। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर  प्रियंका वर्मा ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित पोषण अभियान के अतंर्गत जिला स्तरीय अभिसरण कमेटी की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि गत दिनों राज्य स्तर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिला सिरमौर के बच्चों में कुपोषण  का स्तर अधिक होने के संकेत दिए थे जिसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग के साथ मिलकर खण्ड स्तर पर बच्चों मंे कुपोषण के स्तर की जांच की।


उन्हांेने बताया कि नाहन खण्ड में सर्वेक्षण के दौरान 1178 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 4 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 46 पाई गई है जबकि 154 बच्चों में बौनापन और 109 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं। पच्छाद खण्ड में 601 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 13 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 47 पाई गई है और 43 बच्चों में बौनापन जबकि 19 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं। संगडाह खण्ड में 1005 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 18 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 60 पाई गई है और 49  बच्चों में बौनापन जबकि 37 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं।
शिलाई खण्ड में 590 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 0 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 22 पाई गई है और 54 बच्चों में बौनापन जबकि 18 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं। राजगढ खण्ड में 3349 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 10 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 159 पाई गई है और 90 बच्चों में बौनापन जबकि 164 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं। पांवटा खण्ड में 2084 बच्चों का सैंपल लिया गया जिसमें अति कुपोषित बच्चों की संख्या 16 जबकि मध्य कुपोषित बच्चों की संख्या 48 पाई गई है और 11 बच्चों में बौनापन जबकि 07 बच्चे कम वजन के पाए गए हैं।
बैठक के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने विभागों के अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर  स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोरोना के टीके लगवाने के निर्देश दिए।


इसके अतिरिक्त जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को जिला के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में पानी के नल लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण विकास अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों को आगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माणाधीन भवनों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र नेगी ने जिला स्तरीय अभिसरण कमेटी के समक्ष संबंधित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
बैठक में जिला परिषद अध्यक्षा सीमा कन्याल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0के0के0पराशर, परियोजना अधिकारी एवं ग्रामीण विकास अभिकरण कल्याणी  गुप्ता, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी राजेन्द्र देव, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोडा सहित  जिला के सभी बाल विकास अधिकारी भी उपस्थित थे।

Read Previous

कैबिनेट फैसला : शादियों में अब खुले आयोजन स्थलों में 100 लोग शामिल,दुकानें अब सुबह नौ से शाम आठ बजे तक खुली रहेंगी

Read Next

विद्यार्थी परिषद ने अंधेरी पंचायत मे मास्क भी वितरित किए

error: Content is protected !!